इस बसन्त पंचमी बना है महासंयोग, ऐसे उठाएं लाभ
इस बार बसंत पंचमी की तिथि को लेकर काफी भेद है। असल में, पंचमी तिथि 29 जनवरी को सुबह 10.46 शुरू हो रही है, जोकि 30 जनवरी को दोपहर 1 बजकर 18 मिनट तक रहेगी, चूंकि 29 जनवरी को सूर्योदय के बाद का मुहूर्त है, इसलिए 30 जनवरी को बसंत पंचमी की पूजा की जाएगी। बात करें इस दिन के शुभ योग की तो, आपको बता दें कि इस बार बसंत पंचमी को एक साथ तीन संयोग बन रहे हैं।
बसंत पंचमी का त्यौहार हिंदू धर्म का मुख्य त्यौहार है, जोकि माघ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी को मनाया जाता है। वैसे तो बसंत पंचमी का दिन अपने आप में बेहद शुभ माना जाता है, पर इस बार ये कुछ खास संयोग लेकर आया है। तो चलिए जानते हैं क्या है ये खास संयोग और कैसे आप इसका लाभ उठा सकते हैं।
तीन राशियों का अनोखा संयोग
दरअसल, इस बसंत पंचमी 3 ग्रह खुद की ही राशि में रहेंगे, जैसे कि मंगल वृश्चिक में, बृहस्पति धनु में और शनि मकर राशि में रहेंगे। ऐसे में ये संयोग विवाह और दूसरे कार्यों के लिए बेहद शुभ है।
स्वार्थ सिद्धी योग
इस बसंत पंचमी को स्वार्थ सिद्धी योग भी बन रहा है, जोकि ज्योतिष के अनुसार बेहद शुभ संयोग होता है। माना जाता है कि इस दिन जिस कार्य की भी शुरूआत की जाती है, वो सफल होता है। ऐसे में आप इस दिन किसी नए का प्रारम्भ कर सकते हैं।
गुरु और बसंत पंचमी का योग
इस बार गुरुवार को पड रही है, जिसके चलते ये और भी शुभ संयोग बन गया है। क्योंकि गुरू को ज्योतिष में ज्ञान और समाजिक मान प्रतिष्ठा का प्रतीक माना जाता है और वहीं बसंत पंचमी के दिन ही देवी सरस्वती का उद्भव दिन होता है, ऐसे में ये संयोग ज्ञान वृद्धी के लिए बेहद उपयोगी है। आप इस दिन देवी सरस्वती की पूजा अर्चना कर उनसे बुद्धि और विवेक का आर्शीवाद प्राप्त कर सकते हैं।
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