करियर बनाने की तमन्ना है और इसके लिए आप मेहनत भी खूब करती हैं। जी जान लगा देने वाली बात आप पर खूब फबती है। लेकिन शादी के बाद की जिम्मेदारियां आपको ऐसे ही रहने देंगी क्या? रहने देंगी अगर पति से आपको पूरी मदद मिलती रहे तो। अब मामला इसी पर आकार अटक जाता है। आजकल इतना समय बदलने के बाद भी कई पुरुष पत्नियों को उनके करियर में जरा भी सपोर्ट नहीं करते हैं। लेकिन आपका काम इस सपोर्ट के बिना चलेगा ही नहीं। तो करिए, ये कि पति ही ऐसा चुनिए, जो आपके करियर को लेकर उतना ही उत्साहित हो, जितना आप हैं। ऐसे पति को कैसे ढूंढेंगी? आपको उस शख्स की कुछ खास खूबियों पर ध्यान देना होगा। इन खूबियों पर के नजर डाल लीजिए-
आपके काम को न समझें हॉबी-
आपके साथी खुद अच्छा कमाते हैं और करियर में अच्छा कर भी रहे हैं। उनका भविष्य बहुत सुनहरा है। लेकिन जब आपके करियर की बारी आती है तो वो ये मानते हैं कि आप सिर्फ हॉबी के चलते ऐसा कर रही हैं? अगर ऐसा सच में हो रहा है तो मामला थोड़ा गड़बड़ है। दरअसल हॉबी ऐसी चीज होती है तो जो दिल को सुकून देती है लेकिन ये जीने के लिए जरूरी चीजों में से एक बिलकुल नहीं है। पति आपके करियर को हॉबी बोलकर आपके करियर ओरिएंटेड होने को नकार देते हैं। इसको ऐसे समझिए कि जब भी काम छोड़ने की बारी आएगी, आपके करियर को हॉबी मानकर उसे ही  छोड़ने की अपेक्षा की जाएगी। जबकि आपके लिए आपका करियर हॉबी नहीं लाइफ जैसा ही है तो ऐसे शख्स को पति बनाने की मत सोचिएगा। 
पेरेंटिंग का हिस्सा-
आज भी ज्यादातर पुरुष बच्चे पालने और बड़े करने की सारी जिम्मेदारी बच्चों की ही मानते हैं। हालांकि सभी ऐसे नहीं होते हैं। क्योंकि आप फुल टाइम घर पर नहीं रह पाएंगी तो याद रखिए कि आपको पति के सहयोग की जरूरत पड़ेगी। ऐसे में अगर वो बच्चे पालने को आपकी ही ज़िम्मेदारी मानेंगे तो आपको दिक्कत होगी। इसलिए पेरेंटिंग के बारे में पति की क्या सोच है, ये जरूर जान लीजिए। ध्यान दीजिए कि वो पेरेटिंग को बराबरी का मसला मानता हो। 
मेरी नौकरी जरूरी-
आप जिससे भी शादी करने की तैयारी कर रही हैं, अगर वो अपनी नौकरी को ही जीविका का साधन मानता है तो भी मामला चिंता का है। दरअसल जो शख्स सिर्फ अपनी मेहनत को ही सबकुछ मानता हो और आपकी मेहनत के रोल पर बात भी न करता हो, वो आपके करियर को कभी भी अहमियत नहीं देगा। कई दफा जब काम और घर में से एक चुनने की बारी आएगी तो वो खुद तो काम चुनेगा लेकिन आपसे घर चुनने की अपेक्षा करेगा। 
ऑफिस की बातें-
उनके ऑफिस से जुड़ी बातें या परेशानियां जब भी वो सुनाते हैं, आप ध्यान से पूरी रुचि लेकर सुनती हैं। लेकिन येही मसला आपके साथ होता है तो वो इसे समय की बर्बादी मानने लगते हैं। अगर ऐसा आपके साथ भी है तो इस शख्स से करियर में सहयोग की बात भूल ही जाइए।