3rd January 2021
एसिडिटी की समस्या सभी भी किसी को भी कहीं भी हो सकती है। ये समस्या ओवर इटिंग, मसालेदार या तला भुना खाने से होने लगती है। इससे निपटने के लिए घरेलू उपचार से बेहतर कोई दूसरा विकल्प हो ही नहीं सकता।
क्या आपने कभी इस बात का एहसास किया है कि, आपके सामने आपका मनपसंद खाना हो लेकिन आप उससे दूरी बना रहे हों। ये समस्या एसिडिटी की वजह से होती है, जो अक्सर हम और आप कभी ना कभी सामना करते ही हैं। एसिडिटी से सांस में बदबू पेट में दर्द जैसे लक्षण दिखाई देने लगते हैं। शोध के मुताबिक एसिडिटी की वजह भोजन के बीच लंबे अंतराल, खाली पेट या चाय, कॉफी, धूम्रपान या शराब के अत्यधिक सेवन से होती है। एसिडिटी से छुटकारा पाने के लिए हम क्या कुछ नहीं करते। लेकिन हम उस समय ये भूल जाते हैं कि इसका इलाज तो हमारे किचन में ही है। जी हां आज हम आपको ऐसे घरेलू उपचार बताएंगे। जिनकी मदद से आप एसिडिटी की समस्या से निजात पा सकते हैं।
1. केला- बात जब एसिडिटी की होती है तो हेल्थ को देखते हुए केला सबसे अच्छा माना जाता है। जो एसिड रिफ्लक्स के खिलाफ काम करते हैं। यह एसिडिटी से छुटकारा पाने का सबसे सरल घरेलू उपाय है। अगर आपको एसिडिटी की दिक्कत है तो एक केला खा सकते हैं।
2. तुलसी- तुलसी की पत्तियां स्वास्थ्य गुणों से भपूर होती है। इससे एसिडिटी में तुरंत राहत मिलती है। अगर आपको एसिडिटी का जरा सा भी एहसास हो रहा है तो आप चार से पांच तुलसी के पत्ते खाएंगे तो एसिडिटी की समस्या खत्म हो जाएगी। यह एसिडिटी के लिए सबसे अच्छा घरेलू उपचारों में से एक है।
3. सेब का सिरका- सेब का सिरका कई मामले में अच्छा माना जाता है। बस एक कप पानी में दो से तीन चम्मच कच्चा सेब का सिरका मिला लें और दिन में दो बार पिएँ। आपको एसिडिटी से राहत मिलेगी।
4. ठंडा दूध- दूध पेट में गैस्ट्रिक एसिड को स्थिर करने में मदद करता है। यह कैल्शियम से भरपूर होता है, जो पेट में एसिड के निर्माण को रोकता है। एसिडिटी से पीड़ित होने पर एक गिलास ठंडा दूध पीने से आपको राहत मिलेगी।
5. सौंफ- खाने के बाद सौंफ चबाना अच्छा विकल्प है। इससे पेट की अम्लता रूकती है। शोध के मुताबिक अगर आप सौंफ़ की चाय पीते हैं तो इससे डाइजेस्ट सिस्टम सही रहता है। और एसिडिटी भी नहीं बनती।
6. जीरा- जीरे में एसिड न्यूट्रलाइज़र होता है जो खाना आसानी से पचाता है और पेट दर्द से भी राहत मिलती है। एसिडिटी को भगाने के लिए भुना हुआ पिसा जीरा गर्म पानी में घोलकर पीने से आराम मिलता है।
7. दालचीनी- खाने में दालचीनी का इस्तेमाल जरुर करना चाहिए। इसमें प्राकृतिक एंटासिड होता है। जिससे पेट सही रहता है। एसिडिटी से राहत पाने के लिए आप दालचीनी की चाय पीजिये।
8. छाछ- आयुर्वेद में छाछ को काफी फायदेमंद बताया गया है। भारी या मसालेदार भोजन खाने के बाद एंटासिड से राहत पान के लिए छाछ जरुर पिएं। अच्छे रिजल्ट के लिए आप इसमें काली मिर्च या 1 चम्मच पिसी धनिया की पत्तियों को मिला सकते हैं।
9. नारियल पानी- नारियल पानी से डाइजेशन सही रहता है। शोध के मुताबिक नारियल पानी पेट से एसिड को कम करता है। इसमें फाइबर अच्छी मात्रा में होता है। इसलिए इससे एसिडिटी से भी राहत मिलती है।
10. गुड़- अक्सर आपने अपने बड़े बुजुर्गों को खाने के बाद गुड़ को खाते देखा होगा। गुड़ में अच्छी मात्रा में मैग्नीशियम होता है। जिससे आंतों की शक्ति बढती है। शोध के मुताबिक खाने के बाद गुड़ के एक छोटे टुकड़े खाने से कई स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं। गुड़ शरीर का तापमान सामान्य रखता है। और पेट को ठंडा करता है। इससे एसिडिटी की समस्या भी कम होती है।
11. लौंग- पेट सम्बंधित कई बिमारियों का इलाज लौंग है। इससे पेट में गैस नहीं बनती। खाने में लौंग का इस्तेमाल करें। एसिडिटी के इलाज के इलाज के लिए आप लौंग इलायची कूटकर खाएं। इससे आपको सांस की बदबू से भी छुटकारा मिलेगा।
12. अदरक- कई स्वास्थ्य लाभ के गुणों का खजाना अदरक बेहद असरदार होता है। चिकित्सकों की मानें तो अदरक में सूजन-रोधी गुण होते हैं। पेट के एसिडिटी से छुटकारा पाने के लिए आप एक टुकडा अदरक चबाएं। इसके अलावा आप दिन में दो-तीन बार एक चम्मच अदरक का रस पी सकते हैं। आपको आराम मिलेगा।
देखा जाए तो भारतीय किचन में ना सिर्फ मसाले होते हैं बल्कि कई बिमारियों से लड़ने के लिए ऐसे खजाने भी होते हैं जो बड़ी से बड़ी बिमारी का इलाज कर सकते हैं। ठीक उसी तरह आप एसिडिटी की समस्या से भी निजात पा सकते हैं। अगर आप भी इस समस्या से जूझते हैं तो हमारे बताये हुए घरेलू उपचार को जरुर आजमाएं। आपको राहत जरुर मिलेगी।
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