अद्भुत है यह मानव शरीर
दुनिया के बहुत सारे रहस्यों में से एक रहस्य मानव शरीर भी है। रहस्यों की खान हमारा यह शरीर कैसे कार्य करता है? आइए लेख से जानते हैं।
कई बार दिल में ख्याल आता है कि इस शरीर से हम कितने काम लेते हैं। आखिर इस मानव शरीर के अंदर है क्या? आइए जानें ऐसे ही सवालों के जवाब।
- हम प्रतिदिन 400 से 2000 मिली की मात्रा में मूत्र त्याग करते हैं।
- हमारी त्वचा का वजन 4 किग्रा और हर क्षेत्र 1.3-1.7 स्कवेयर मी. से ढका होता है।
- शरीर में समस्त ऊर्जा का आधा भाग केवल सिर के द्वारा खर्च होता है।
- स्वयं सांस रोककर रखने से किसी मनुष्य की मौत नहीं होती।
- मानव शरीर में आंख की पुतली का आकार जन्म से लेकर मृत्युपर्यंत एक जैसा रहता है।
- रक्त का तरल भाग प्लाज्मा कहलाता है।
- औसतन व्यक्ति में प्रतिदिन 25 से 125 बाल गिरते हैं।
- औसतन हमारा दिल एक मिनट में 70 बार धड़कता है और एक दिन में एक लाख से भी ज्यादा बार।
- गुदगुदी पहुंचाने वाला स्नायुसंकेत 322 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चलता है।
- हम एक दिन में लगभग 20 हजार बार पलकें झपकाते हैं।
- दो सेकंड में आ जाने वाली छींक को नाक तक पहुंचने में 160 किमी प्रतिघंटे का सफर तय करना पड़ता है। इसकी रफ्तार एक भागती हुई ट्रेन की गति के बराबर होती है।
- आप प्रतिदिन 1 लाख मस्तिष्क की कोशिकाएं खर्च करते हैं। सौभाग्य से हमारे पास 100 बिलियन (1 अरब) कोशिकाएं होती हैं।
- एक निरोगी मनुष्य के शरीर से लगभग सवा लीटर पसीना प्रतिदिन निकलकर हवा में उड़ जाता है।
- हमारा मस्तिष्क 10 हजार विभिन्न गंधों को अपने अंदर संजो सकता है, उनको याद रख सकता है और उनकी पहचान भी कर सकता है।
- जब हम सोते हैं तो हम पूरे समय गहरी नींद में होते हैं, पर ये सच नहीं है। 8 घंटे की नींद में 60 प्रतिशत तो हम कच्ची नींद में होते हैं। 18 प्रतिशत गहरी नींद लेते हैं, तो 20 प्रतिशत सपने देखने में निकाल देते हैं।
- हमारे अंदर इतना कार्बन होता है कि 900 पेंसिल भर जाएं। इतनी वसा होती है 75 मोमबत्तियां तैयार हो जाएं और इतना फास्फोरस होता है जिससे 220 माचिस की तीलियां बन जाएं। इतनी मात्रा में लौह तत्त्व होते हैं जिससे 7.5 मीटर की कील तैयार हो जाए। कमाल की मात्रा है हमारे शरीर में रसायनों की।
- विश्व में सर्वाधिक मात्रा मेें 46 प्रतिशत पाया जाने वाला ब्लड ग्रुप 'ओ' है।
- द्य हमारा पेट प्रतिदिन 2 लीटर हाइड्रोक्लोरिक एसिड निर्मित करता है। यह एसिड इतना शक्तिशाली होता है जिससे धातु को पिघलाया जा सकता है। इस एसिड के इतना बलशाली होने के बावजूद यह पेट की बाहरी सतह को खराब नहीं कर सकता। कारण है पेट की परत पर 5 लाख कोशिकाओं का होना, जो प्रतिमिनट बदलती है।
- हम जो कुछ भी खाते हैं उसे पांच भागों में बांटा जा सकता है। कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, वसा, विटामिन और लवण।
- प्रोटीन शरीर की कोशिकाओं का अहम पदार्थ है।
- मानव रक्त में श्वेत रक्त कणिकाओं का आकार 0.7 मिली मीटर होता है।
- साबित हो चुका है कि सोते वक्त हमारा दिमाग टीवी देखने की तुलना में ज्यादा सक्रिय होता है।
- एक आदमी अपनी जिंदगी में औसत 60 हजार पौंड खाना खाता है।
- हमारा दायां फेफड़ा बाएं फेफड़े से बड़ा होता है। ऐसा दिल के स्थान और आकार के कारण होता है।
- एक सामान्य व्यक्ति अपने साठ वर्ष के जीवनकाल में करीब एक लाख किलोमीटर पैदल चल लेता है।
- मानव जीवन में सबसे ज्यादा समय तक जीवित रहने वाली कोशिका ब्रेन कोशिका है यह मानव के जीवनपर्यांत जीवित रहती है।
- मनुष्य एक सांस में 500 मिलीमीटर हवा खींच सकता है।
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