7th January 2021
रंगों का महत्त्व केवल होली तक ही सीमित नहीं, बल्कि मनुष्य के स्वभाव, उसके भविष्य एवं उसके स्वास्थ्य से भी इसका सीधा संबंध होता है।
आपको अपनी राशि के अनुसार ही रंगों का चयन करना चाहिए क्योंकि राशि के विपरीत का रंग आपके लिए अहितकर हो सकता है।
मेष: आप होली का रंग इस्तेमाल करें। पीला और गुलाबी रंग आपकी बुद्घिमता और अभिव्यक्ति में सहायक रहेगा। परन्तु गहरा नीला, हरा व सफेद रंग में भंग डाल सकता है।
वृष: आप हरा, आसमानी, हल्का गुलाबी रंग प्रयोग करें जो आपको शक्ति व आत्मसम्मान के साथ रसिक बनने का अनुभव कराएगा। परन्तु गहरे व पीले रंग आपके अंदर क्रोध व उत्तेजना लाएगा।
मिथुन: आप ज्यादा से ज्यादा हरे व नीले क्रीम रंगों का प्रयोग करें। इससे मन में समन्वय व सहिष्णुता के साथ मेल-जोल की भावना जागृत होगी पर गहरा पीला व लाल रंग आपको क्रोधित कर सकता है।
कर्क: आप होली खेलने के लिए गुलाबी, हल्का पीला, सिंदूरी क्रीम रंगों व सफेद सामाग्री का इस्तेमाल करें। इससे शक्ति, स्फूर्ति व बुद्घिमता के साथ मन में शांति व स्वच्छता भी बनी रहेगी। परन्तु गहरा नीला, हरा और लाल रंग क्रोध व अहंकार को बढ़ाएगा।
सिंह: आप सिंदूरी, लाल, नारंगी व पीले रंगों का प्रयोग करके होली का आनंद उठाएं। परन्तु नीला, काला व क्रीम रंगों का प्रयोग करने से एकाकीपन और भेदभाव की भावना का शिकार हो सकते हैं।
कन्या: आप हरा, नीला व क्रीम रंगों का प्रयोग करके आपसी विश्वास, मन में शीतलता व पवित्रता को पा सकते हैं। आपको काला व लाल रंगों का त्याग करना चाहिए क्योंकि इससे क्रोध, अहंकार के साथ अकेलापन महसूस होने लगेगा।
तुला: आप चमकीला सफेद, क्रीम हरा, गुलाबी और बैंगनी रंगों का प्रयोग करके होली का आनंद लें। इससे मन में स्वच्छता आएगी। आपको लाल, सिंदूरी और नारंगी रंगों से बचना चाहिए।
वृश्चिक: आप लाल और मैहरून, पीला सफेद रंगों से होली खेलें। इससे स्फूर्ति, शक्ति के साथ स्वाभिमान की भावना से ओतप्रोत रहेंगे। परन्तु काला, भूरा व गहरा रंग आपको नुकसान पहुंचा सकता है।
धनु: आप होली खेलने के लिए पीला, लाल व गुलाबी रंगों का प्रयोग करें। उल्लास व उमंग की भावना से ओतप्रोत हो जाएंगे। परन्तु गहरा नीला, हरा और काला रंगों का प्रयोग करने से मन में अशांति, अकेलापन और क्रोध को बढ़ावा मिलेगा।
मकर: आप गहरे रंगों का प्रयोग कर सकते हैं। नीला, काला, हरा और क्रीम रंग प्रयोग करके होली का आनंद लें। परन्तु लाल, नारंगी और पीला रंगों का प्रयोग करने से आकस्मिक क्रोध व अहंकार में वृद्घि संभव है।
कुंभ: आप होली में हरा, काला, नीला और क्रीम रंगों का प्रयोग करके होली का आनंद उठा सकते हैं। ये रंग शक्ति, स्फूर्ति के साथ आपसी विश्वास, शांति व आध्यात्मिक प्रवृति को जगाने में सहायक होंगे। आपको लाल, पीला रंग व सफेद रंगों का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
मीन: आप पीला, हरा और गुलाबी रंगों का प्रयोग करें। इससे बुद्घिमता व अभिव्यक्ति में स्पष्टता का संचार होगा। आत्मसम्मान के साथ मन में रसिकता का भाव जागृत होगा। परन्तु काला, लाल व नीला रंग क्रोध एकाकीपन और अहंकार जागृत करेगा।
हमारी जन्मराशि के अनुसार प्रयोग किए गए रंगों का अपना अलग ही प्रभाव हमारे जीवन में रहता है। अपनी राशि के अनुसार रंगों का चयन करने से मन में उल्लास, उमंग के साथ-साथ रोजमर्रा की दिनचर्या में भी खुशियों का आगमन होने लगता है।
सफेद:शांति व पवित्रता का द्योतक है और पाश्चात्य संस्कृति में यह उल्लास, उत्सव और पवित्रता का प्रतीक है।
नारंगी:अहंकारी, महत्वाकांक्षा, सृजनशीलता में वृद्घि करता है। मन-मस्तिष्क पर इसका असर बहुत ऊर्जादायक होता है।
हरा रंग:समन्वय, सहिष्णुता, दयालुता की भावना बढ़ाता है। नेत्र ज्योति बढ़ाने में सहायक है।
लाल रंग:शक्ति स्फूर्ति, उत्तेजना, क्रोध व विचारों को पुष्टï करता है।
पीला रंग:बुद्घिमता व अभिव्यक्ति को बढ़ाता है।
नीला रंग:आपसी विश्वास व शांति को बढ़ाता है।
काला रंग:एकाकीपन व समभाव को बढ़ाता है।
भूरा रंग:आत्मीयता, निष्पक्षता व मिट्टी से उठकर आकाश को छूने की सामर्थ्य देता है।
गुलाबी रंग: शक्ति, आत्मसम्मान और प्रेम की भावना को बढ़ाता है।
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