कौन नहीं चाहता है कि उसकी बेदाग त्वचा हो लेकिन किसी भी वजह से अगर चेहरे पर कोई समस्या हो तो उसमें ज्यादा परेशान होने की ज़रूरत नहीं है। चेहरे पर रेडनेस, डार्कनेस या हाइपरपिग्मेंटेशन जैसी समस्याओं से महिलाएं परेशान होती हैं। कई बार इस समस्या को छुपाने के लिए वे कंसीलर, फाउंडेशन का इस्तेमाल करती हैं लेकिन मेकअप के लिए इन चीजों के इस्तेमाल से उनकी समस्या का ज्यादा हल नहीं मिल पाता है। मेकअप के बाद भी उनका लुक प्रॉपर नहीं हो पाता है। उनकी इस समस्या से छुटकारा दिलाने में कलर करेक्टर काम में आ सकता है। कलर करेक्टर का इस्तेमाल आपके चेहरे का हुलिया बदल सकता है।

कलर करेक्शन एक आवश्यक मेकअप टेक्नीक है जिसका इस्तेमाल आपकी त्वचा की खामियों को छिपाने के लिए किया जा सकता है और वह भी रंग-बिरंगे रंगों के ज़रिए। आपके सभी बेस मेकअप भी लाल, नीले, हरे और पीले रंग की तरह प्राइमरी कलर्स से बने होते हैं और इन्हें सफेद या काले कलर के साथ मिलाया जाता है। कलर के लेवल अलग-अलग टोन और शेड्स देते हैं।

यह बिगिनर्स के लिए एक ज़रूरी स्किल नहीं है, लेकिन यह एक ऐसी चीज है जिसकी आपको विशेष रूप से उम्र के साथ बुनियादी समझ होनी चाहिए और त्वचा पर मुंहासे या पिगमेंटेशन के पुराने डार्क सर्कल जैसे त्वचा के मुद्दे होने चाहिए।

ग्रीन
ग्रीन रेडनेस को हटा देता है,  इसलिए यदि आपको मुंहासे के कारण रेडनेस है या संवेदनशीलता के कारण लालिमा और सूजन की संभावना है,  तो ग्रीन चमत्कार कर सकता है। यदि आपको रेडनेस है, तो आप अपनी बेस के लिए ग्रीन कलर को करेक्ट करने वाले प्राइमर को अप्लाई कर सकते हैं। यह दाग-धब्बों को छुपाता है और हर तरह की स्किन टोन के लिए अच्छा होता है। यदि ये समस्याएं हैं तो फाउंडेनश लगाने से पहले ग्रीन कंसीलर की पतली लेयर फेस पर लगाएं।

ऑरेंज
नारंगी यानी ऑरेंज कलर का करेक्टर अंडर आई डार्क सर्कल्स,  गहरे दाग-धब्बों को बहुत प्रभावी ढंग से कवर कर सकता है। गहरे दाग-धब्बों पर ऑरेंज  कलर करेक्टर का लगाने के बाद नॉर्मल कंसीलर का इस्तेमाल करें।

यलो
हाइपरपिग्मेन्टेशन के बैंगनी और भूरे रंग के स्पॉट्स को को छुपाने में यलो कलर करेक्टर कमाल कर सकता है। येलो कलर करेक्टर ग्रे डलनेस और पर्पल नसों के कलर को बेअसर करता है।

पर्पल
आपकी डल या पीले रंग की त्वचा है तो पर्पल कलर करेक्टर आपके लिए है। यह शेड हर तरह की स्किन टोन को सुधारने में मददगार है। खासकर डार्क स्किन टोन या फिर टैन स्किन के लिए बेहतरीन विकल्प है। आपको इसके लिए चेहरे को प्राइम करें और फिर कंसीलर लगाएं। आखिर में फेस को फाउंडेशन से कवर करें।

ऐसे करें इस्तेमाल
कलर करेक्टर का इस्तेमाल स्किन पर सबसे पहले करें। फिर स्पॉन्ज की मदद से फाउंडेशन और फिर कंसीलर का यूज करें। कलर करेक्टर को पूरे चेहरे पर नहीं लगाना है। जहां रेडनेस, डलनेस या हाइपरपिग्मेंटेशन हो, कलर करेक्टर वहीं पर इसका यूज करें। बहुत ज्यादा अप्लाई न करें क्योंकि ऐसा करने से मेकअप ईवन नहीं लगेगा।

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