माइक्रोवेव आजकल आपको लगभग हर भारतीय रसोई में देखने को मिलेगा लेकिन अधिकतर लोग इसका इस्तेमाल खाना गर्म करने के लिए करते हैं। सबसे पहली बात, माइक्रोवेव भी कई प्रकार के होते हैं लेकिन अक्सर लोगों को पता नहीं होता है। जिसकी वजह से बाद में उनकी सभी जरूरतें पूरी नहीं हो पाती है।
 
 

 

माइक्रोवेव में भी सोलो माइक्रोवेव, बेसिक माइक्रोवेव, माइक्रोवेव विद ग्रिल और माइक्रोवेव विद ओटीजी कई तरह ऑप्शन उपलब्ध होते हैं। इसका चुनाव लोगों को अपनी जरूरत के अनुरूप करना चाहिए। हमारी भारतीय रसोई के लिए कन्वेक्शन माइक्रोवेव ओवन ज्यादा प्रभावकारी होता है। इसमें हमारी सभी जरूरतें पूरी हो सकती हैं। इसमें बेकिंग, टोस्टिंग, ग्रिलिंग और रीहिटिंग के लिए अलग-अलग फंक्शन होते हैं। अगर आप फंक्शन, टाइम और टेम्परेचर सेटिंग का सही इस्तेमाल समझ जाएं तो इसमें आपके लिए खाना बनाना सबसे आसान रहेगा। सबसे बड़ी बात समय की बचत होगी।
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आपको केक, कुकिंग या बिस्कुट बनाना है, तो बेक मोड का इस्तेमाल करें। पिज्जा, सैंडविच या स्टफ्ड पॉकेट आदि बनाने के लिए टोस्टिंग मोड का इस्तेमाल करें। इसी तरह कवाब और टिक्का आदि बनाने के लिए आप ग्रिलिंग मोड का इस्तेमाल करें। इसके लिए बेकिंग ट्रे और स्कयूर्स का प्रयोग करें। माइक्रोवेव में इसके अलावा कुछ और भी खास बातों का ध्यान रखना आवश्यक है, तभी सही परिणाम मिलेगा।
 
कुछ भी बेक, ग्रिल या टोस्टिंग से पहले माइक्रोवेव को उचित तापमान में प्री हीट करें। अक्सर लोग प्री-हीट नहीं करते हैं। इसी तरह खाना पक जाने और पॉवर ऑफ करने के बाद उसे तुरंत माइक्रोवेव से ना निकालें। खाने को अंदर के तापमान में 5 मिनट के लिए रहने दें फिर निकालें। इसके अलावा माइक्रोवेव में पानी अंडा बॉयल या समूचे अंडे को हाफ फ्राई बनाने से बचे। इसमें हमेशा माइक्रोवेव सेफ बर्तन का इस्तेमाल करें।