सूरज सुख-शांति और समृद्धि के साथ-साथ सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक है। वहीं वास्तु के अनुसार घर में सूरज की रोशनी आना बहुत ही शुभ और लाभकारी माना जाता हैं। इसलिए कहते हैं कि घर के हर कोने में रोशनी का आना जरूरी होता है। इससे घर में मौजूद नकारात्मकता दूर होती है। अगर ऐसा नहीं है तो कोशिश करें कि घर के ज्यादातर हिस्सों में रोशनी आ सके। इससे कई फायदे भी हैं, आइए जानते हैं-
किचन और बाथरूम में भी जरूरी है रोशनी
वास्तु के अनुसार, सिर्फ घर के कमरे में ही नहीं बल्कि किचन और बाथरूम में भी रोशनी की व्यवस्था होनी बहुत जरूरी है। इससे घर में पैसों की किल्लत नहीं होती।
बैडरूम में होनी चाहिए धीमी लाइट
बैडरुम में हमेशा धीमी लाइट होनी चाहिए क्योंकि तेज रोशनी आराम में बाधा डालेगी और नींद नहीं आएगी। अगर कमरे में सही रोशनी आएगी तो इससे वहां रहने वाला व्यक्ति ऊर्जावान महसूस करेगा।
पर्याप्त रोशनी के लिए
सुबह 6 से 9 बजे तक सूर्य पृथ्वी के पूर्वी हिस्से में रहता है इसलिए घर ऐसा बनाएं कि इस समय सूर्य की पर्याप्त रोशनी घर में आ सके। इस समय घर के खिड़की और दरवाजे खोलकर रखें।
इस कोने में बनवाएं लाइब्रेरी
दोपहर 3 से शाम 6 बजे तक पढ़ने और काम करने का समय होता है और सूर्य दक्षिण-पश्चिम भाग में होता है। ऐसे में अपनी लाइब्रेरी या स्टडी रूम दक्षिण-पश्चिम दिशा में बनवाएं, ताकि वहां पर्याप्त रोशनी आ सके।
कीड़े-मकौड़े रहते हैं दूर
घर के जिस कमरे में रोशनी नहीं आती वहां गंदगी और कीड़े-मकौड़ों ज्यादा रहते है। इतना ही नहीं, इससे कमरे में रहने वाले व्यक्ति की सेहत पर भी बुरा असर पड़ता है। ऐसे में कोशिश करें कि घर के कमरे में थोड़ी-बहुत रोशनी आ सके।
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