logo
Print this page

गर्भ में पल रहे बच्‍चे के लिए नुकसानदायक हो सकती हैं घर में मौजूद ये चीजें

गर्भ में पल रहे बच्‍चे के लिए नुकसानदायक हो सकती हैं घर में मौजूद ये चीजें

मां बनना दुनिया का सबसे सुखद अहसास है और इसके लिए कोई भी महिला गर्भ में पल रहे बच्चे का ख्याल रखने के लिए खुद की सेहत से समझौता नहीं करती है। यह पहला मौका होता है जब कोई महिला खुद का पूरी तरह ध्यान रखने की कोशिश करती है ताकि उसकी वजह से अजन्में बच्चे पर कोई आफत न आए। हालांकि जाने-अनजाने में घर में ही रहते हुए महिलाएं ऐसी चीजों के संपर्क में आती है जो कि गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए नुकसानदायक हो सकता है। घर बैठे-बैठे कोई गर्भवती महिला ऐसे उत्पादों का इस्तेमाल कर सकती हैं जो बच्चे के लिए टॉक्सिन हो सकते हैं। नेल पॉलिश, वॉल पेंट और प्लास्टिक की पानी की बोतलें ऐसे जहरीले घरेलू उत्पादों की सूची में शामिल हैं। बेहतर होगा कि गर्भवती मां इस बारे में जानकारी रखें कि ऐसी क्या चीज हैं जो जाने-अनजाने में उनके और बच्चे के सेहत के साथ खिलवाड़ कर सकती हैं।
इन रोजमर्रा के उत्पादों में मौजूद केमिकल गर्भवती महिला के रक्त प्रवाह में मिल सकते हैं और फिर नाल के माध्यम से विकासशील भ्रूण तक पहुंच सकते हैं। भ्रूण के विकास के महत्वपूर्ण चरणों के दौरान विषाक्त पदार्थों के संपर्क में आने से स्थायी और अपरिवर्तनीय मस्तिष्क और अंग क्षति हो सकती है। यह जन्म के समय के साथ-साथ जीवन में बाद में भी हानिकारक सिद्ध हो सकता है। इसलिए हर महिला को गर्भावस्था के दौरान अपने घर में इस्तेमाल होने वाली इन 5 चीजों से दूरी बना लेनी चाहिए ताकि इसका दुष्प्रभाव होने वाले बच्चे पर न पड़े। 
प्लास्टिक
गर्भवती महिलाओं और उनके बच्चों के लिए प्लास्टिक बहुत हानिकारक हो सकते हैं। प्लास्टिक में ऐसे खतरनाक रसायनों के अवशेष होते हैं जो कि त्वचा के जरिए आसानी से अवशोषित किया जा सकता है। ये रसायन भ्रूण की गंभीर जटिलताओं का कारण बन सकते हैं। 
नेल पॉलिश
नेल पॉलिश में मौजूद फॉर्मेल्डिहाइड एक पर्यावरण प्रदूषक है। यह कॉस्मेटिक्स, शैम्पू और नेल पॉलिश में प्रिजर्वेटिव के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। फॉर्मेल्डिहाइड इम्यून सिस्टम पर नकारात्मक असर डाल सकता है। 
वॉल पेंट 
वॉल पेंट्स में सीसा या लेड के अवशेष हो सकते हैं, जो बर्थ डिफेक्ट्स या समय से पहले जन्म के जोखिम को बढ़ा सकते हैं। लेड के संपर्क में आने से स्थायी रूप से ब्रेन डैमेज, नर्वस सिस्टम डिसऑर्डर, हाइपरएक्टिविटी का कारण बन सकता है। यही नहीं मनोवैज्ञानिक रूप से बच्चे के व्यवहार और सीखने से जुड़ी परेशानियों का कारण बन सकता है। यह गर्भाशय में और जन्म के बाद बच्चे के विकास को धीमा कर सकता है। 
नैफ्थलीन बॉल
नैफ्थेलीन के कई इस्तेमाल हैं। रेशमी और ऊनी कपड़ों की कीड़ों से बचाव करने के लिए नैफ्थेलीन की गोलियों का उपयोग होता है। 98% नैफ्थलीन बॉल्स में विषैला रसायन होता है। इस रसायन की वजह से चक्कर आना, मतली और भ्रूण पर दुष्प्रभाव पड़ता है। 
मॉस्क्यूटो रेपलेंट
मच्छर भगाने के लिए आजकल घरों में मॉस्क्यूटो रेपलेंट का इस्तेमाल किया जाता है लेकिन वास्तव में मच्छरों को भगाने और मारने वाला ये स्प्रे गर्भवती महिला के लिए जोखिम भरा हो सकता है। जब बच्चे का विकास हो रहा हो तो शुरुआती कुछ महीनों के दौरान मच्छर भगाने वाले पदार्थों के इस्तेमाल से बचना बेहतर होता है क्योंकि इसमें ऐसे रसायन होते हैं जो त्वचा के जरिए बच्चे को हानि पहुंचा सकते हैं।