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मैंने सारे कपड़े उतार लिए

बात मेरी शादी के कुछ समय बाद की है। उन दिनों बारिश का मौसम था। बारिश की वजह से सीढिय़ों में बहुत फिसलन हो गई थी। मैं छत पर सूखे कपड़े उठाने गई तो पीछे-पीछे मेरे पति भी आ गए। तभी उन्हें कोई काम याद आ गया तो वह बोले, ‘मैं नीचे जा रहा हूं, […]

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एस्टीम कैसे चलाऊंगा?

मेरा 6 वर्षीय बेटा शिवम बहुत नटखट है। एक बार उसे जुकाम हो गया था तो मैं उसे डॉक्टर के पास दिखाने ले गई। डाक्टर ने दवा देते हुए कहा कि आप अपने बेटे को स्टीम (भाप) दीजिए, उससे यह जल्दी ठीक हो जाएगा। इस पर शिवम तपाक से बोला, ‘अंकल, अभी तो मैं बहुत छोटा हूं, अभी से एस्टीम […]

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उसे हॉट एंड सॉर सूप समझकर पी गई

मैं बिहार की एक साधारण सी लड़की हूं। मेरी शादी को 6 महीने हुए हैं। शादी के बाद पहली बार मैं अपने पति व परिवार वालों के साथ होटल गई थी। वहां मेरे पति ने मुझे पिज्जा खिलाया, उसके बाद सबने रोटी व सब्जी भी खाई। मैं पढ़ी-लिखी हूं, पर शादी के पहले होटल कभी […]

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सूरज का ट्रिप

मुझे याद है जब मैं स्कूल जाती थी। घर के हालात ठीक-ठाक थे, परंतु आसपास के दोस्त व सहेलियां अमीर घरों के थे। हम छुट्टियों में शिमला घूमने जाते और वो स्विटजरलैंड। एक बार तीसरी क्लास में टीचर ने पढ़ाया कि पृथ्वी सूरज का चक्कर लगाती है। यह बात मेरे दिमाग में बैठ गई। छुट्टियां हुई सब बताने […]

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दादा जी के मुंह में चैरी डाली

मेरे दादा और चाचू (दादाजी के भाई) पटना में रहते थे। जब कभी भी वो दिल्ली आते तो हमारे घर महीना भर तो रहते ही थे। वह टोका-टाकी बहुत करते थे। मेरे दादा जी ने मेरी मां को कभी सिर ढकने को नहीं कहा था लेकिन चाचाजी तो छोटा सा घूंघट निकालने के लिए मजबूर करते। हमारे खाने को […]

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शादी पर भी हाथ जोड़े थे

मेरे पति भगवान को बहुत मानते हैं, ऐसे ही मैं भी भगवान को बहुत मानती हूं। मैं रोज सुबह नहा- धोकर पूजा करती हूं, और पति भी भगवान जी को हाथ जोड़कर ही निकलते हैं। एक दिन हम दोनों की रात में खूब लड़ाई हुई। सुबह उन्होंने मनाने की खूब कोशिश की लेकिन मैं नहीं […]

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इकलौता चांद गायब

  शादी से पहले मुझे खाना बनाने में कोई खास दिलचस्पी नहीं थी। शादी तय हुई तो मेरी भाभी ने किचन से संबंधित कुछ टिप्स दिए ताकि ससुराल में शर्मिंदगी न उठानी पड़े। इनमें एक टिप भाभी ने समझाया कि गरम मसाला डालने से रेसिपी स्वादिष्ट हो जाती है। ससुराल के किचन में पहले दिन […]

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खुजली वाला डांस

बात तब की है जब मैं 12 वर्ष की थी। मेरी छोटी बहन 10 वर्ष की थी। हम गर्मी की छुट्टियां बिताने ननिहाल गए। वहां मेरे मामाजी का जड़ीबूटियों व औषधियों का व्यापार था। हमारे घर में ही एक गोदाम था, जहां पर जाने से मामाजी ने मना किया था। वहां हम उम्र बच्चे थे। एक दिन हम सभी […]

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गृहलक्ष्मी की कहानियां -फेस पैक का झटका

गृहलक्ष्मी की कहानियां – नाश्ते के काम काम से निबट कर जब मै ́ने घड़ी देखी तो दस बज रहे थे। अभी सफाई वाली के आने मे ́ एक घंटा है। पति देव ऑफिस, बच्चे कॉलेज चले गए थे। नया फेस पैक लाई थी, बहुत तारीफ की थी दुकानदार ने। चलो यही लगाया जाए। चेहरा साफ […]

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दादी की मिली सीख

तब मैं चौथी कक्षा में पढ़ती थी। गरमी की छुट्टियों में मेरी कॉलोनी की सहेलियां मेरे घर खेलने आया करती थी। मेरी दादी मां छुट्टियों में चावल और उड़द के पापड़ बना छत पर सुखाती थी। एक दिन मम्मी ऑफिस गई हुई थी। दादी मां ने चावल के पापड़ बनाए थे। मेरी सहेली सुप्रिया बोली, ‘मुझे चावल के पापड़ […]