जब हमारे बच्चों की उम्र 13 से 19 वर्ष के बीच की होती है तो वह उम्र किशोरावस्था कहलाती है। इस उम्र में बच्चे बड़े होने लगते हैं। बच्चों में कभी कभी बचपना तो कभी कभी मैच्योरिटी झलकती है। इस समय बच्चों में कई तरह के शारिरीक बदलाव भी होने लगते हैं। बच्चे बड़ी जल्दी उदास हो जाते हैं या  हर बात के लिए जिद करते हैं। इस उम्र में आप के बच्चे आप से स्वतंत्रता की भी डिमांड करते हैं। वह अपनी जिंदगी में किसी का हस्तक्षेप नहीं चाहते। परंतु क्या आप को उन्हें स्वतंत्रता देनी चाहिए। बहुत ज्यादा और बहुत कम दोनों तरह की स्वतंत्रता ही बच्चे के लिए अच्छी नहीं होतीं। क्योंकि कम स्वतंत्रता में बच्चे अपना ठीक से विकास नहीं कर पाते। और अधिक स्वतंत्रता का वे गलत प्रयोग कर लेते हैं। तो आप को उन के लिए कुछ नियम बना देने चाहिए जिस से उन को पता चले कि उन के पास कितनी स्वतंत्रता है व कितने बंधन। 

आप अपने बच्चों के लिए किस तरह नियम बना सकते हैं? 

  • सबसे पहले अपने बच्चों के साथ एक मित्रता पूर्ण व्यवहार बना कर रखें। ऐसा करने से आप के बच्चे आप को कोई भी बात बताते समय हिचकिचाएंगे नहीं व आप उन के मन में क्या चल रहा है यह जान पाएंगे।

  • आप अपने बच्चे की उम्र के व काम के शेड्यूल के हिसाब से उस का स्लीपिंग टाइम टेबल बनाएं। जैसे अगर आप का बच्चा 14 साल का है तो आप उसे 10 बजे सोने को बोलें अगर वह 16 या इस से अधिक आयु का है तो आप अपने हिसाब से उस में आधा या 1 घंटा एड कर सकते हैं।

  • 15 वर्ष से कम के बच्चों को फोन का प्रयोग बिलकुल न के बराबर करने दें। किसी छुट्टी के दिन उन को फोन दे सकते हैं। 18 वर्ष से पहले बच्चों को निजी फोन न ला कर दें। 

  • यदि आप के बच्चे बाहर अपने दोस्तों के साथ घूमना फिरना चाहते हैं तो आप उन को एक निश्चित समय के लिए अलाऊ कर सकते हैं।

  • यदि आप के बच्चे किसी को पसंद करते हैं तो आप उन को डेटिंग के लिए भी अलाऊड कर सकते हैं पर कुछ लीमिट्स सेट कर दें जैसे केवल दिन में और समय अवधि भी उन्हें बता दें। तथा उन के बारें में हर चीज पूछ लें। 

  • आप अपने बच्चों को गलत कामो में शामिल होने से रोकें जैसे ड्रग्स आदि।

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